कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund – AIF) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे किसानों, किसान उत्पादक संगठनों (FPOs), सहकारी समितियों और कृषि उद्यमियों की आधुनिक कृषि अवसंरचना स्थापित करने में मदद करने के लिए लॉन्च किया गया है।
यह योजना न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि कृषि उत्पादों के पोस्ट-हार्वेस्ट नुकसान को कम करने और पूरे एग्री-बिजनेस इकोसिस्टम को मजबूत बनाने का भी काम करती है। AIF किसानों और कृषि उद्यमियों को आधुनिक कृषि अवसंरचना स्थापित करने और कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है। इस आर्टिकल को पढ़कर आप AIF योजना के सभी पहलुओं के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर पाएंगे और आसानी से आवेदन करने के लिए तैयार हो जाएंगे।
कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund-AIF) का मुख्य उद्देश्य
कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund) का मुख्य उद्देश्य:
- ✅कृषि क्षेत्र में आधुनिक अवसंरचना विकसित करना, जैसे वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, पैक हाउस, साइलो, सप्लाई चेन आदि।
- ✅किसानों को उन्नत तकनीक और बेहतर भंडारण सुविधाएँ उपलब्ध कराना ताकि फसल को सुरक्षित रखा जा सके।
- ✅पोस्ट-हार्वेस्ट लॉस कम करना और किसानों की आय बढ़ाना।
- ✅ग्रामीण क्षेत्रों में एग्री-बिजनेस और एग्री-स्टार्टअप को प्रोत्साहन देना।
- ✅कृषि उत्पादों के मूल्य संवर्धन (Value Addition) को बढ़ावा देकर किसानों को बेहतर कीमत दिलाना।
- ✅लंबी अवधि के वित्तीय समर्थन के लिए 3% ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट गारंटी समर्थन प्रदान करना।
- ✅कृषि आपूर्ति श्रृंखला (Supply Chain) को मजबूत और आधुनिक बनाना।
- ✅किसानों, FPOs, कृषि उद्यमियों और को-ऑपरेटिव्स को किफायती ऋण उपलब्ध कराना ताकि वे कृषि अवसंरचना का विकास कर सकें।
साधन/अवसंरचना (Infrastructure Facilities)
AIF (Agriculture Infrastructure Fund) के तहत विकसित किए जाने वाले साधन/अवसंरचना (Infrastructure Facilities):
- ➡️भंडारण (Storage Infrastructure):
- वेयरहाउस (Warehouse)
- साइलो (Silos)
- गोदाम (Godowns)
- ग्रेन स्टोरेज सुविधाएँ।
- ➡️कोल्ड-चेन और तापमान नियंत्रित सुविधाएँ (Cold-chain and temperature-controlled facilities):
- कोल्ड स्टोरेज
- रेफ्रिजरेटेड ट्रांसपोर्ट (Reefer Vans)
- कोल्ड-चेन लॉजिस्टिक हब
- Controlled Atmosphere Storage
- ➡️प्रोसेसिंग एवं वैल्यू एडिशन यूनिट्स (Value Addition Unit):
- फूड प्रोसेसिंग यूनिट
- मिलिंग यूनिट (Rice Mill, Flour Mill आदि)
- पैकेजिंग यूनिट
- ग्रेडिंग और सॉर्टिंग यूनिट।
- ओइल-एक्सट्रैक्शन यूनिट।
- पल्पिंग व ड्राईंग यूनिट।
- ➡️पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट साधन (Post-Harvest Managemnet):
- पैक हाउस
- प्राथमिक कृषि कलेक्शन सेंटर (Primary Processing Center)
- एग्री मार्केटिंग सुविधाएँ
- रिपर, ग्रेडर, क्लीनिंग मशीनरी।
- ➡️फार्म-गेट एवं सप्लाई चेन अवसंरचना:
- किसान उत्पादक संगठन (FPO) इंफ्रास्ट्रक्चर।
- ट्रांसपोर्ट व वितरण सुविधाएँ।
- e-NAM सक्षम मार्केटिंग साधन।
- एग्री-लॉजिस्टिक हब।
- ➡️कृषि मशीनरी व उपकरण केंद्र (Agricultural Machinery & Equipment Centre):
- कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC)।
- ट्रैक्टर और कृषि उपकरण किराये पर देने की सुविधाएँ।
- ड्रोन आधारित खेती/स्प्रेइंग सुविधाएँ।
- ➡️जैविक एवं पर्यावरण आधारित इकाइयाँ (Biological and Environmental Units):
- बायोगैस प्लांट
- कम्पोस्ट यूनिट
- वेस्ट-टू-वैल्यू यूनिट (जैविक खाद उत्पादन)।
- ➡️मत्स्य, डेयरी व पशुपालन अवसंरचना (Fisheries, Dairy and Animal Husbandry Infrastructure)
- डेयरी प्रोसेसिंग यूनिट
- दूध कूलिंग यूनिट
- फिश-प्रोसेसिंग एवं फिश कोल्ड स्टोरेज
- पशु चारा भंडारण सुविधा।
- ➡️डिजिटल एग्रीकल्चर इकाइयाँ:
- फसल मॉनिटरिंग सेंटर।
- डिजिटल डेटा मैनेजमेंट सिस्टम।
- एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए आवश्यक उपकरण।
AIF के तहत मिलने वाले लाभ
AIF (Agriculture Infrastructure Fund) के तहत मिलने वाले लाभ
- ➡️3% ब्याज सब्सिडी (Interest Subvention):
- बैंक से लिए गए ऋण पर सरकार 3% तक ब्याज सब्सिडी देती है।
- अधिकतम ₹2 करोड़ तक के ऋण पर यह लाभ मिलता है।
- ➡️क्रेडिट गारंटी कवर (Credit Guarantee Cover):
- ऋण पर सरकारी गारंटी मिलती है।
- इससे लोन आसानी से स्वीकृत होता है—कोलैटरल की आवश्यकता कई मामलों में नहीं होती।
- CGTMSE के तहत गारंटी शुल्क भी सरकार वहन करती है।
- ➡️रिपेमेंट में लंबी अवधि:
- लोन की अवधि 7 साल तक हो सकती है।
- इससे किसान, FPO, स्टार्टअप या उद्यमी आराम से भुगतान कर सकते हैं।
- ➡️कृषि स्टार्टअप और FPO को बड़ा समर्थन:
- स्टार्टअप्स और FPOs कम ब्याज पर उच्च वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
- ग्रामीण क्षेत्रों में नये रोजगार और उद्यम को बढ़ावा मिलता है।
AIF के तहत पात्रता (Eligibility for AIF)
AIF के तहत लाभ उठाने के पात्र व्यक्ति, समूह और संस्थाएँ:
- ➡️व्यक्तिगत किसान (Individual Farmers):
- खेती करने वाले किसान।
- जमीनधारी किसान।
- किरायेदार किसान (lease agreement होने पर)।
- ➡️किसान उत्पादक संगठन (FPOs):
- रजिस्टर्ड FPO/FPC।
- कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग व भंडारण करने वाले समूह।
- ➡️किसान समूह / स्वयं सहायता समूह (SHGs):
- Registered SHG
- कृषक समूह (Farmer Groups)
- ➡️सहकारी समितियाँ (Cooperative Societies):
- PACS (Primary Agriculture Cooperative Societies)।
- मल्टी-पर्पज़ कोऑपरेटिव सोसाइटी।
- डेयरी और अन्य कृषि सहकारी संस्थाएँ।
- ➡️कृषि उद्यमी / स्टार्टअप (Agri-Entrepreneurs & Startups):
- कृषि व्यवसाय से जुड़े स्टार्टअप।
- कृषि-प्रोसेसिंग/सप्लाई चेन/लॉजिस्टिक उद्यमी।
- ➡️कृषि-मार्केटिंग बोर्ड / मंडियाँ (Agricultural Marketing Boards / Mandis):
- APMC मंडियाँ।
- राज्य कृषि मार्केटिंग बोर्ड।
- ➡️स्वायत्त निकाय / सरकारी संस्थान (Autonomous bodies/Government institutions):
- Central/State Government से जुड़े संगठन
- Panchayati Raj Institutions (PRIs)
- ➡️संयुक्त देयता समूह (Joint Liability Group-JLG):
- बैंक में रजिस्टर्ड JLG।
- छोटे किसानों के समूह।
AIF के तहत ऋण के प्रकार (Types of Loans)
- अवसंरचना निर्माण ऋण (Infrastructure Development Loan):
- पैक हाउस (Pack House)
- ड्राईंग/ग्रेडिंग यूनिट (Drying/Grading Unit)
- कंट्रोल्ड एटमॉस्फियर स्टोरेज (Controlled Atmosphere Storage)
- प्राइमरी एग्रीकल्चर कलेक्शन सेंटर (PACS/FPO Projects)।
- FPO/कृषक समूह ऋण (Farmer Group Loan):
- समूह के सदस्यों के लिए सामूहिक अवसंरचना निर्माण में।
- स्टार्टअप/एग्री-बिजनेस ऋण (Startup/Agri-Business Loans)
- एग्री-बिजनेस की नई इकाईयों के लिए।
आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)
AIF (Agriculture Infrastructure Fund) के तहत लोन प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज़:
श्रेणी |
आवश्यक दस्तावेज़ |
|---|---|
1. पहचान प्रमाण (KYC Documents) |
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2. पता प्रमाण (Address Proof) |
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3. भूमि/परियोजना से जुड़े दस्तावेज़ |
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4. संस्था/समूह के दस्तावेज़ (यदि लागू हो) |
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5. वित्तीय दस्तावेज़ |
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6. परियोजना संबंधित दस्तावेज़ |
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7. अन्य दस्तावेज़ |
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आवेदन कैसे करें (How to Apply)?
AIF (Agriculture Infrastructure Fund) के लिए आवेदन निम्नलिखित प्रक्रिया फॉलो करें:
चरण |
प्रक्रिया विवरण |
|---|---|
1. रजिस्ट्रेशन |
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2. जानकारी भरें |
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3. प्रोफ़ाइल बनाएं |
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4. DPR अपलोड करें |
Detailed Project Report (DPR) अपलोड करें जिसमें शामिल होना चाहिए:
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5. बैंक का चयन |
पोर्टल पर उपलब्ध बैंकों में से अपनी पसंद का बैंक चुनें:
|
6. आवेदन सबमिट करें |
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7. बैंक वेरिफिकेशन |
बैंक आपके दस्तावेज़ और प्रोजेक्ट की जाँच करता है:
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8. लोन स्वीकृति |
यदि बैंक आपकी परियोजना को व्यावहारिक और सफल मानता है, तो:
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9. कार्य प्रारंभ करें |
लोन जारी होने के बाद स्थापित कर सकते हैं:
|
10. ऑफलाइन विकल्प (वैकल्पिक) |
इच्छुक किसान/संस्था अपने नजदीकी बैंक में जाकर दस्तावेज़ जमा कर आवेदन कर सकते हैं।
|
निष्कर्ष (Conclusion)
कृषि अवसंरचना कोष (AIF) किसानों, FPOs, स्टार्टअप्स और कृषि उद्यमियों के लिए आधुनिक कृषि अवसंरचना विकसित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। इस योजना के माध्यम से किसान न सिर्फ वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज, प्रोसेसिंग यूनिट और सप्लाई चेन जैसी सुविधाएँ स्थापित कर सकते हैं, बल्कि सरकार द्वारा दी जाने वाली 3% ब्याज सब्सिडी और क्रेडिट गारंटी का लाभ उठाकर अपनी परियोजना को कम लागत में सफल भी बना सकते हैं।
सही दस्तावेज़, स्पष्ट DPR और सटीक आवेदन प्रक्रिया का पालन करके कोई भी आवेदक आसानी से AIF लोन प्राप्त कर सकता है। यह योजना कृषि क्षेत्र को नई दिशा देने और किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कुल मिलाकर, यह योजना भारत के कृषि क्षेत्र को आधुनिक, कुशल और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अस्वीकरण (Disclaimer)
इस आर्टिकल में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी पोर्टल, आधिकारिक दस्तावेज़ों और सार्वजनिक स्रोतों पर आधारित है। AIF (Agriculture Infrastructure Fund) से संबंधित नियम, पात्रता, दस्तावेज़ और आवेदन प्रक्रिया समय-समय पर सरकार या संबंधित बैंक द्वारा बदले जा सकते हैं। पाठकों से अनुरोध है कि किसी भी आवेदन या निवेश निर्णय से पहले आधिकारिक वेबसाइट agriinfra.dac.gov.in या अपने नजदीकी बैंक/अधिकारी से नवीनतम जानकारी अवश्य सत्यापित करें।
इस आर्टिकल में प्रकाशित सामग्री केवल सामान्य सूचना उद्देश्य के लिए है; किसी भी प्रकार की कानूनी, वित्तीय या तकनीकी सलाह नहीं है। योजना में होने वाले किसी परिवर्तन या त्रुटि के लिए Infocroft.com जिम्मेदार नहीं होगी।
FAQs
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AIF क्या है?
AIF (Agriculture Infrastructure Fund) एक सरकारी योजना है जिसके तहत किसान, FPOs, PACS, स्टार्टअप और एग्री-उद्यमियों को कृषि अवसंरचना विकसित करने के लिए सस्ती ब्याज दर पर लोन मिलता है।
-
AIF के तहत कितनी ब्याज सब्सिडी मिलती है?
इस योजना के तहत अधिकतम 3% ब्याज सब्सिडी दी जाती है, जो अधिकतम 7 साल तक लागू रहती है।
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किन-किन परियोजनाओं के लिए AIF लोन मिल सकता है?
AIF के तहत कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस, फूड प्रोसेसिंग यूनिट, पैक हाउस, ड्राईंग/ग्रेडिंग यूनिट, कोल्ड-चेन, एग्री-लॉजिस्टिक्स आदि के लिए लोन मिलता है।
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AIF के लिए कौन-कौन पात्र हैं?
➡️किसान
➡️FPO/FPC
➡️PACS
➡️स्टार्टअप
➡️उद्यमी
➡️सहकारी समितियाँ
➡️कृषि आधारित कंपनियाँ -
AIF के लिए आवेदन कहाँ करें?
आप ऑनलाइन आधिकारिक पोर्टल “agriinfra.dac.gov.in” पर आवेदन कर सकते हैं।
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क्या AIF के तहत गारंटी की आवश्यकता होती है?
बहुत से मामलों में क्रेडिट गारंटी फंड (CGTMSE) के माध्यम से गारंटी दी जाती है, इसलिए अलग से गारंटी की जरूरत नहीं पड़ती (बैंक के नियमों पर निर्भर करता है)।
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AIF लोन की अधिकतम अवधि कितनी है?
AIF लोन की repayment अवधि अधिकतम 7 वर्ष तक हो सकती है।
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क्या व्यक्तिगत किसान भी AIF के तहत लोन ले सकते हैं?
हाँ, कोई भी व्यक्तिगत किसान लोन ले सकता है, बशर्ते वह परियोजना के लिए पात्र हो और आवश्यक दस्तावेज़ हों।
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क्या AIF के तहत ट्रैक्टर या कृषि मशीनरी का लोन मिलता है?
हाँ, Custom Hiring Centre (CHC) या मशीनरी आधारित परियोजनाओं के लिए लोन मिलता है।
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क्या AIF के तहत लोन के लिए DPR जरूरी है?
हाँ, AIF आवेदन के लिए DPR (Detailed Project Report) जरूरी होती है क्योंकि बैंक इसी आधार पर परियोजना का मूल्यांकन करता है।
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